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Khajur ki haiti kab aur kaise karte hai in hindi

खजूर की खेती का समय

खजूर की खेती मुख्यतः गर्म और शुष्क क्षेत्रों में की जाती है। भारत में खजूर की खेती विशेषकर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में की जाती है। यहाँ खजूर की खेती के समय और विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है:

खजूर की खेती का समय

  1. बीज बोने का समय: खजूर के बीज को बोने का सही समय फरवरी-मार्च होता है। इस समय मौसम गर्म होता है और बीज अंकुरित होने की संभावना अधिक होती है।
  2. रोपाई का समय: बीज से पौध तैयार होने के बाद उन्हें खेत में रोपने का सही समय जुलाई-अगस्त का होता है। इस समय वर्षा ऋतु होती है, जिससे पौधों को पानी की पर्याप्त मात्रा मिलती है और वे अच्छी तरह से स्थापित हो जाते हैं।

खजूर की खेती की विधि

  1. मिट्टी की तैयारी: खजूर की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी की अच्छे से जुताई करनी चाहिए और गोबर की खाद मिलाकर जमीन को समतल करना चाहिए।
  2. बीज चयन: खजूर की अच्छी किस्मों के बीज का चयन करें। बीज को 24 घंटे पानी में भिगोकर रखें, इससे अंकुरण में तेजी आती है।
  3. बीज बोना: बीज को सीधे खेत में या पॉलीथीन बैग में बोया जा सकता है। बीज को 1-2 इंच गहरे गड्ढों में बोएं और हल्की मिट्टी से ढक दें। बीज बोने के बाद हल्की सिंचाई करें।
  4. पौध की देखभाल: बीज अंकुरित होने के बाद 4-6 माह तक पौध की देखभाल करें। पौधों को समय-समय पर पानी दें और खरपतवार निकालें। पौधों की वृद्धि के लिए जैविक खाद का प्रयोग करें।
  5. रोपाई: जब पौधे लगभग 1-1.5 फीट ऊंचे हो जाएं, तब उन्हें खेत में रोपित करें। रोपाई के समय पौधों के बीच 8-10 फीट की दूरी रखें।
  6. सिंचाई: खजूर की खेती में सिंचाई का महत्वपूर्ण योगदान है। गर्मियों में हर 7-10 दिन में सिंचाई करें और सर्दियों में 15-20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
  7. रोग और कीट प्रबंधन: खजूर की फसल को लाल मक्खी, माइट्स और विभिन्न फफूंद रोगों से बचाने के लिए समय-समय पर जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करें।
  8. कटाई और फसल की प्राप्ति: खजूर के पौधे को फल देने में लगभग 4-5 साल का समय लगता है। फलों की कटाई उनके पूरी तरह पकने पर की जाती है। फलों को हाथ से तोड़कर एकत्रित करें और धूप में सुखाकर भंडारण करें।

निष्कर्ष

खजूर की खेती एक लाभदायक कृषि व्यवसाय हो सकती है, यदि सही समय पर और सही विधि से की जाए। इसके लिए उपयुक्त मिट्टी, जलवायु और देखभाल की आवश्यकता होती है। अच्छी तरह से प्रबंधित खजूर की खेती से किसानों को अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है।

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