2025 का वार्षिक राशिफल (सभी 12 राशियाँ)
(ग्रह स्थिति अनुसार फलादेश सहित)
मुख्य ग्रह स्थिति एवं योग 2025 में:
- शनि: कुंभ राशि में, और मार्च 29, 2025 को मीन राशि में गोचर करेगा – धनु, मकर, कुंभ राशियों के लिए साढ़े साती की स्थिति में परिवर्तन।
- गुरु (बृहस्पति): मेष में वर्षारंभ में, और 1 मई, 2025 को वृषभ में प्रवेश करेगा।
- राहु: मीन में और 30 अक्टूबर 2025 को कुंभ में जाएगा।
- केतु: कन्या से सिंह में 30 अक्टूबर को प्रवेश करेगा।
प्रमुख योग व युतियाँ (2025 में):
- गुरु-राहु चांडाल योग (वर्षारंभ तक): मेष राशि वालों के लिए सावधानी का समय।
- गुरु-शुक्र युति (मई 2025 से वृषभ में): शुभ धन व सौंदर्य संबंधी योग।
- शनि-मंगल युति (जुलाई 2025 में मीन में): कुछ राशियों के लिए संघर्ष व दुर्घटना का संकेत।
- सूर्य-बुध बुधादित्य योग (महीनों के आरंभ में): बुद्धि और निर्णयशक्ति में वृद्धि।
मेष राशि (Aries):
ग्रह योग: बृहस्पति की कृपा से नए अवसर, लेकिन राहु की उपस्थिति से निर्णय में भ्रम।
शुभ योग: मई के बाद गुरु वृषभ में – आर्थिक सुधार, पारिवारिक संतुलन।
सावधानी: चांडाल योग से मानसिक तनाव।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृषभ राशि (Taurus):
ग्रह योग: गुरु के आगमन से मई के बाद सौभाग्यशाली समय।
शुभ योग: गुरु-शुक्र युति – विवाह, सौंदर्य, व्यापार में लाभ।
सावधानी: स्वास्थ्य को लेकर अप्रैल तक सचेत रहें।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: सफेद वस्त्र व मिठाई का दान करें।
मिथुन राशि (Gemini):
ग्रह योग: कार्यस्थल पर सफलता, परंतु केतु का प्रभाव निर्णय क्षमता पर असर डाल सकता है।
शुभ योग: बुधादित्य योग – करियर में लाभ।
सावधानी: 30 अक्टूबर के बाद मानसिक अशांति संभव।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: तुलसी जल से स्नान करें।
कर्क राशि (Cancer):
ग्रह योग: राहु-शनि की दृष्टि, मानसिक दबाव।
शुभ योग: संतान सुख, घर के निर्माण के योग।
सावधानी: मार्च-जुलाई के बीच खर्च अधिक होगा।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: शिवलिंग पर जल चढ़ाएं।
सिंह राशि (Leo):
ग्रह योग: अक्टूबर के बाद केतु का आगमन – गूढ़ विज्ञान, परामनोविज्ञान में रुचि।
शुभ योग: गुरु की पंचम दृष्टि – संतान व शिक्षा में लाभ।
सावधानी: कुछ समय के लिए स्वास्थ्य कमजोर हो सकता है।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: सूर्य को जल अर्पण करें।
कन्या राशि (Virgo):
ग्रह योग: केतु का प्रभाव – आत्म-विश्लेषण की स्थिति।
शुभ योग: बृहस्पति की दृष्टि से लाभ, यात्रा के योग।
सावधानी: अक्टूबर के बाद कार्यक्षेत्र में बदलाव।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
तुला राशि (Libra):
ग्रह योग: बृहस्पति सप्तम – वैवाहिक जीवन में सामंजस्य।
शुभ योग: गुरु-शुक्र युति – प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे।
सावधानी: व्यय अधिक, संतुलन बनाए रखें।
साढ़े साती: नहीं है।
उपाय: दान-पुण्य करें, चमेली के तेल का दीपक जलाएं।
वृश्चिक राशि (Scorpio):
ग्रह योग: शनि की दशम दृष्टि से कर्म क्षेत्र में स्थिरता।
शुभ योग: मंगल की दृष्टि – साहस व पराक्रम।
सावधानी: वाहन सावधानी से चलाएं।
साढ़े साती: समाप्त हो चुकी है।
उपाय: लाल वस्त्र पहनें मंगलवार को।
धनु राशि (Sagittarius):
ग्रह योग: अंतिम चरण की साढ़े साती – आत्मबल बढ़ाएं।
शुभ योग: गुरु के पंचम भाव में गोचर से शिक्षा-विद्या में सफलता।
सावधानी: पुरानी बीमारियों की पुनरावृत्ति।
साढ़े साती: अंतिम चरण।
उपाय: शनि स्तोत्र का पाठ करें।
मकर राशि (Capricorn):
ग्रह योग: मध्य साढ़े साती – जीवन में परिवर्तन के संकेत।
शुभ योग: बृहस्पति तृतीय भाव में – साहसिक निर्णय।
सावधानी: मानसिक तनाव, सामाजिक दूरी।
साढ़े साती: चल रही है।
उपाय: काले तिल का दान करें शनिवार को।
कुंभ राशि (Aquarius):
ग्रह योग: शनि की साढ़े साती का प्रारंभिक चरण – जीवन में गंभीरता।
शुभ योग: गुरु चतुर्थ भाव में – घर व वाहन खरीदने का योग।
सावधानी: नए संबंधों में भरोसा सोच-समझ कर करें।
साढ़े साती: आरंभिक चरण।
उपाय: शनिदेव को सरसों तेल अर्पित करें।
मीन राशि (Pisces):
ग्रह योग: शनि का आगमन – साढ़े साती प्रारंभ।
शुभ योग: गुरु द्वितीय भाव में – धन में वृद्धि।
सावधानी: मानसिक दबाव, आत्मविश्वास की कमी हो सकती है।
साढ़े साती: प्रारंभ।
उपाय: पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं शनिवार को।
विशेष सुझाव 2025 के लिए:
- साढ़े साती चल रही है या प्रारंभ हो रही है: धनु, मकर, कुंभ, मीन राशियों को विशेष शनि उपाय अवश्य करने चाहिए।
- गुरु-शुक्र युति: वृषभ, तुला, मीन राशि के लिए अत्यंत शुभ।
- शनि-मंगल युति: मीन, कुंभ, मकर को सावधान रहना होगा।
- राहु-केतु परिवर्तन (अक्टूबर 2025): आध्यात्मिक एवं मानसिक दृष्टिकोण से नया मोड़।